भोपाल। तीन साल पहले रिश्वत लेने पर निलंबित डिप्टी डायरेक्टर से 10 हजार की रिश्वत मांगने वाले खादी ग्रामोद्योग के बाबू और असिस्टेंट मैनेजर को भी लोकायुक्त ने सोमवार शाम रंगे हाथों धरदबोचा। लोकायुक्त ने मौके पर गिरफ्तारी पंचनामा बनाने के बाद बाबू और डिप्टी डायरेक्टर को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया। लोकायुक्त पुलिस के अनुसार शालिगराम कोरी होशंगाबाद में खादी ग्रामोद्योग में उपसंचालक के पद पर थे। विभागीय कार्यवाही के चलते तीन सालों से निलंबित चल रहे हैं। पुनर्स्थापना के लिए उन्होंने विभाग में आवेदन किया था, उनकी फाइल प्रक्रिया में थी, जिसे बोर्ड में भेजा जाना है। फाइल को बोर्ड में भेजने के एवज में बाबू शेषराव पवार द्वारा असिस्टेंट मैनेजर भोमजी शिवजी कटुके के नाम पर कोरी से 40,000 रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी। शुक्रवार को फरियादी ने लोकायुक्त एसपी कार्यालय में शिकायत की थी, लोकायुक्त पुलिस ने फरियादी और रिश्वत मांगने वाले की फोन टेपिंग के बाद ट्रेप की योजना बनाई। सोमवार शाम 5.20 बजे फरियादी को 10 हजार रुपए के साथ एमपी नगर स्थित खादी ग्रामोद्योग के कार्यालय भेजा गया। जहां रकम लेते ही बाहर मौजूद लोकायुक्त की टीमों ने बाबू शेषराव और असिस्टेंट मैनेजर भोमजी शिवजी कटुके को रंगे हाथों दबोच लिया। दोनों के हाथ कैमिकल से धुलवाकर गिरफ्तारी पंचनामा बनाकर फाइल जब्त कर ली गई।
फरियादी भी हुए थे ट्रेप
मामले के फरियादी शालिगराम कोरी होशंगाबाद में खादी ग्रामोद्योग में उपसंचालक थे। वे तीन साल पूर्व रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस द्वारा ट्रेप किए गए थे। उनके द्वारा निजी व्यक्ति द्वारा रिश्वत ली गई थी, जिसकी गिरफ्तारी के बाद लोकायुक्त पुलिस ने उन्हें आरोपी बनाया था। इसके बाद से निलंबित चल रहे थे।