ग्वालियर। जीवाजी विवि की अध्ययनशालाओं में पढ़ा रहे अतिथि शिक्षकों को अब 250 के बजाए 400 रुपए प्रति लेक्चर के हिसाब से मानदेय दिया जाएगा। देवी अहिल्या विवि इंदौर भी अपने अतिथि विद्वानों 400 रुपए मानदेय दे रहा है। जेयू कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने अतिथि शिक्षकों के मानेदय निर्धारण के लिए प्रो. अविनाश तिवारी, प्रो. विवेक बापट और प्रो. हेमंत शर्मा के रूप में कमेटी गठित की थी। कमेटी ने कहा कि देवी अहिल्या विवि इंदौर की तर्ज पर जेयू के अतिथि शिक्षकों को भी 400 रुपए प्रति लेक्चर और अधिकतम 25 हजार रुपए देने, एक अतिथि विद्वान एक दिन में अधिकतम 4 लेक्चर लेने और विशेष विषय के लिए चयनित अतिथि शिक्षक अन्य अध्ययनशालाओं में उसी विषय में क्लास ले सकेगा, इसके लिए मानदेय संबंधित अध्ययनशाला द्वारा ही दिया जाएगा, को लेकर अनुशंसाएं की हैं। कुलपति प्रो. शुक्ला ने अतिथि शिक्षकों के साथ बैठक भी की और मानदेय प्रति लेक्चर 400 रुपए किए जाने का भरोसा दिलाया। बता दें कि यूजीसी की गाइडलाइन के तहत अतिथि शिक्षकों को प्रति लेक्चर 1 हजार रुपए मानदेय मिलना चाहिए। मानदेय बढ़ाने के मामले में अंतिम निर्णय 7 फरवरी को होने वाली कार्यपरिषद की बैठक में होगा।
वित्त समिति की बैठक हुई, घाटे का बजट पेश
जेयू कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला की अध्यक्षता में वित्त समिति की बैठक हुई। वित्त नियंत्रक शगीरा सिद्दीकी ने सत्र 2019-20 का बजट पेश किया, जिसमें 91 करोड़ 46 लाख 71 हजार रुपए की आय और 1 अरब 30 करोड़ 32 लाख 8 हजार रुपए का व्यय बताया गया। इस हिसाब से 11 करोड़ 56 लाख 57 हजार रुपए का घाटे का बजट है।